Lakes of Rajasthan:सांस्कृतिक, भौगोलिक और आर्थिक महत्व की धरोहर
Lakes of Rajasthan: राजस्थान की झीलें राजस्थान, जो अपनी रेगिस्तानी छवि के लिए प्रसिद्ध है, वहां मौजूद झीलें इस राज्य के जल संसाधनों का अनोखा पहलू हैं। यहां कई प्राकृतिक, कृत्रिम, मीठे और खारे पानी की झीलें हैं, जिनका ऐतिहासिक, धार्मिक और पारिस्थितिक महत्व है। यह लेख राजस्थान की प्रमुख झीलों का गहराई से विश्लेषण करता है।
Table of Contents
Lakes of Rajasthan: राजस्थान की झीलें राजस्थान की झीलों का वर्गीकरण
श्रेणी | उदाहरण |
प्राकृतिक झीलें | नक्की झील, पुष्कर झील |
कृत्रिम झीलें | जयसमंद, फतेहसागर, राजसमंद |
मीठे पानी की झीलें | पिछोला, फतेहसागर, राजसमंद |
खारे पानी की झीलें | सांभर, डीडवाना, पंचभद्रा |
धार्मिक झीलें | पुष्कर, कोलायत |
Lakes of Rajasthan: राजस्थान की झीलें मीठे पानी की प्रमुख झीलें
जयसमंद झील (उदयपुर)
- भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम मीठे पानी (Freshwater) की झील
- गोमती नदी पर बाँध बनाकर राणा जयसिंह द्वारा निर्मित
- पर्यावरणीय रूप से समृद्ध – पक्षियों और मछलियों का निवास
फतेहसागर झील (उदयपुर)
- महाराणा फतेहसिंह द्वारा पुनर्निर्मित
- सौर ऊर्जा की नावें, नेहरू गार्डन और वैद्यशाला
पिछोला झील (उदयपुर)
- 1362 में पिच्छू बनजारे द्वारा निर्मित
- लेक पैलेस, जग मंदिर – पर्यटन का केंद्र
राजसमंद झील (राजसमंद)
- राणा राजसिंह द्वारा निर्मित
- “राजप्रशस्ति शिलालेख” – ऐतिहासिक महत्त्व
आनासागर झील (अजमेर)
- 12वीं शताब्दी में अर्णोराज चौहान द्वारा निर्मित
- संगमरमर की बारादरी, दौलत बाग
Lakes of Rajasthan: राजस्थान की झीलें खारे पानी की प्रमुख झीलें
सांभर झील (जयपुर)
- भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील
- नमक उत्पादन केंद्र, हिंदुस्तान सॉल्ट व सरकारी संयंत्र
- रामसर साइट, शाकंभरी माता मंदिर, पक्षी विहार
डीडवाना झील (नागौर)
- सोडियम सल्फेट युक्त खारा पानी – औद्योगिक उपयोग
पंचभद्रा झील (बालोतरा, बाड़मेर)
- उच्च गुणवत्ता का नमक (98% NaCl)
लूणकरणसर झील (बीकानेर)
- नमक उत्पादन व मूंगफली क्षेत्र
- आदर्श लवण पार्क
Lakes of Rajasthan: राजस्थान की झीलें धार्मिक एवं सांस्कृतिक झीलें
पुष्कर झील (अजमेर)
- पवित्रतम झील; ब्रह्मा मंदिर के निकट
- 52 घाट, कार्तिक पूर्णिमा स्नान, अस्थि विसर्जन
- प्राकृतिक क्रेटर (काल्डेरा) झील
कोलायत झील (बीकानेर)
- कपिल मुनि आश्रम, कार्तिक मेला
- “मरूध्यान” के नाम से प्रसिद्ध
नक्की झील (माउंट आबू)
- देवताओं द्वारा नाखून से खोदी गई पौराणिक मान्यता
- राजस्थान की सबसे ऊंचाई पर स्थित झील
Lakes of Rajasthan: राजस्थान की झीलें राजस्थान की प्रमुख झीलें – सारणी
झील का नाम | स्थान | प्रकार | विशेषता |
जयसमंद | उदयपुर | कृत्रिम, मीठा | भारत की सबसे बड़ी |
फतेहसागर | उदयपुर | कृत्रिम, मीठा | सौर नाव, वैद्यशाला |
पिछोला | उदयपुर | कृत्रिम, मीठा | लेक पैलेस |
सांभर | जयपुर | प्राकृतिक, खारा | नमक उत्पादन केंद्र |
पुष्कर | अजमेर | प्राकृतिक, धार्मिक | ब्रह्मा मंदिर, मेला |
राजसमंद | राजसमंद | कृत्रिम, मीठा | राजप्रशस्ति |
डीडवाना | नागौर | खारा, रासायनिक | सोडियम सल्फेट |
कोलायत | बीकानेर | धार्मिक | कपिल मुनि आश्रम |
झीलों का संरक्षण और पर्यटन

- राष्ट्रीय झील संरक्षण योजना (NLCP) के तहत संरक्षण कार्य
- सांभर, पिछोला, फतेहसागर को इको-पर्यटन क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है
- झीलों के आसपास प्रदूषण नियंत्रण, जैव विविधता बचाव
राजस्थान की झीलें राज्य की जलवायु संतुलन, पर्यटन, धार्मिक आस्था, और आर्थिक संसाधनों का अभिन्न अंग हैं। इन्हें संरक्षित करना सिर्फ सरकारी नहीं, सामाजिक दायित्व भी है।
यह भी पढे़:-भारत के भूगोल का संक्षिप्त विवरण