Passes of India
दर्रा क्या होता है?
Passes of India:दर्रे (Passes) वे प्राकृतिक मार्ग होते हैं जो दो पहाड़ों के बीच स्थित होते हैं और आवागमन के लिए उपयोगी होते हैं। ये आमतौर पर नदियों के बहाव, भूकंप, ज्वालामुखी, ज़मीन खिसकने या उल्कापात के कारण बनते हैं।
Table of Contents
उत्तर भारत के प्रमुख दर्रे
- काराकोरम दर्रा (5664 मी.) – लद्दाख, जम्मू-कश्मीर
- भारत का सबसे ऊँचा दर्रा
- कराकोरम पर्वत में स्थित
- यारकंद और तारिम बेसिन को जोड़ता है
- चीन को जाने वाला मार्ग
- जोजिला दर्रा – जम्मू-कश्मीर
- सिन्धु नदी द्वारा निर्मित
- श्रीनगर से लेह को जोड़ता है (राष्ट्रीय राजमार्ग 1D)
- पारंपरिक मार्ग: कश्मीर ↔ मध्य एशिया
- बनिहाल दर्रा – पीर पंजाल श्रेणी, जम्मू-कश्मीर
- जम्मू से श्रीनगर जाने का मार्ग
- जवाहर सुरंग इसी में स्थित है
- रोहतांग दर्रा (4631 मी.) – हिमाचल प्रदेश
- पीर पंजाल पर्वत में स्थित
- मनाली ↔ लेह मार्ग
- सुरंग का नाम: अटल बिहारी वाजपेयी सुरंग
- बारालाचा ला – जास्कर पर्वत, हिमाचल प्रदेश
- लेह और मंडी को जोड़ता है
- शिपकी ला – हिमाचल प्रदेश
- भारत ↔ तिब्बत व्यापार पोस्ट
- NH-5 इस दर्रे से गुजरता है
उत्तराखंड के दर्रे
- लिपुलेख दर्रा (5389 मी.) – उत्तराखंड
- भारत ↔ तिब्बत सीमा पर
- मानसरोवर एवं कैलाश जाने का मार्ग
- भारत-नेपाल-चीन तीनों देशों की सीमा पर स्थित
- भारत और नेपाल के बीच नियंत्रण विवाद
- माना दर्रा – उत्तराखंड
- भारत-तिब्बत की सीमा पर स्थित
- सामरिक और व्यापारिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण
पूर्वोत्तर भारत के दर्रे
- नाथू ला दर्रा – सिक्किम
- डोगेक्या श्रेणी में
- दार्जिलिंग ↔ चुम्बी घाटी ↔ तिब्बत
- 1962 के युद्ध के बाद बंद, 2006 में पुनः खुला
- भारत-तिब्बत व्यापार पोस्ट
- जौलेप ला – सिक्किम
- चुम्बी घाटी से तिब्बत मार्ग
- सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण
- बोमडिला दर्रा – अरुणाचल प्रदेश
- त्वांग घाटी से तिब्बत जाने का मार्ग
- सामरिक महत्त्व
- दीफू दर्रा – अरुणाचल प्रदेश
- महान हिमालय श्रेणी में
- ब्रह्मपुत्र नदी भारत में यहीं से प्रवेश करती है
पश्चिम और दक्षिण भारत के दर्रे
- थालघाट दर्रा (583 मी.) – महाराष्ट्र
- पश्चिमी घाट में स्थित
- मुम्बई ↔ नासिक
- भोरघाट दर्रा – महाराष्ट्र
- मुम्बई ↔ पुणे
- पालघाट दर्रा (305 मी.) – केरल
- नीलगिरी व अन्नामलाई पहाड़ियों के बीच
- केरल ↔ तमिलनाडु
दर्रों का महत्व
भारत में दर्रे न केवल भौगोलिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं, बल्कि ये ऐतिहासिक, व्यापारिक और सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण रहे हैं। इनमें से कई दर्रों से होकर सीमाओं तक पहुंचना, व्यापार करना और यात्रा करना संभव होता है।
भारत के प्रमुख दर्रे(Passes of India) – परीक्षा उपयोगी क्विक नोट्स
दर्रा (Pass) क्या होता है?
- दर्रे वे प्राकृतिक मार्ग होते हैं जो दो पर्वतों के बीच स्थित होते हैं।
- ये आवागमन, व्यापार, सैन्य रणनीति और संपर्क के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।
- निर्माण के कारण:
- नदियों का अपरदन
- भूकंप
- ज्वालामुखी
- भूस्खलन
- उल्का गिरना
उत्तर भारत के प्रमुख दर्रे
दर्रे का नाम | राज्य | ऊँचाई | विशेषता |
काराकोरम दर्रा | लद्दाख (J&K) | 5664 मी. | भारत का सबसे ऊँचा दर्रा, यारकंद व तारिम बेसिन को जोड़ता है, चीन से संपर्क |
जोजिला दर्रा | जम्मू-कश्मीर | ~3529 मी. | श्रीनगर ↔ लेह (NH-1D), पारंपरिक मार्ग कश्मीर से मध्य एशिया |
बनिहाल दर्रा | J&K (पीर पंजाल) | ~2832 मी. | जम्मू ↔ श्रीनगर, जवाहर सुरंग इसी में स्थित |
रोहतांग दर्रा | हिमाचल प्रदेश | 3979 मी. | मनाली ↔ लेह मार्ग, अब सुरंग: “अटल सुरंग” |
बारालाचा ला | हिमाचल प्रदेश | 4890 मी. | लेह ↔ मंडी को जोड़ता है, जास्कर रेंज में |
शिपकी ला | हिमाचल प्रदेश | 3930 मी. | भारत ↔ तिब्बत व्यापार मार्ग, NH-5 से जुड़ा |
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उत्तराखंड के दर्रे
दर्रे का नाम | ऊँचाई | विशेषता |
लिपुलेख दर्रा | 5389 मी. | भारत ↔ तिब्बत, कैलाश-मानसरोवर यात्रा मार्ग, भारत-नेपाल सीमा विवाद |
माना दर्रा | ~5600 मी. | भारत ↔ तिब्बत व्यापारिक मार्ग, बद्रीनाथ के पास |
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पूर्वोत्तर भारत के दर्रे
दर्रे का नाम | राज्य | विशेषता |
नाथू ला दर्रा | सिक्किम | भारत ↔ तिब्बत व्यापार मार्ग, 1962 युद्ध के बाद बंद, 2006 में पुनः खुला |
जौलेप ला दर्रा | सिक्किम | दार्जिलिंग ↔ चुम्बी घाटी ↔ तिब्बत, सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण |
बोमडिला दर्रा | अरुणाचल प्रदेश | त्वांग घाटी से तिब्बत मार्ग, सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण |
दीफू दर्रा | अरुणाचल प्रदेश | महान हिमालय में, ब्रह्मपुत्र नदी यहीं से भारत में प्रवेश करती है |
पश्चिम और दक्षिण भारत के दर्रे
दर्रे का नाम | राज्य | ऊँचाई | विशेषता |
थालघाट दर्रा | महाराष्ट्र | 583 मी. | मुम्बई ↔ नासिक |
भोरघाट दर्रा | महाराष्ट्र | ~441 मी. | मुम्बई ↔ पुणे |
पालघाट दर्रा | केरल | 305 मी. | नीलगिरि व अन्नामलाई पर्वतों के बीच, केरल ↔ तमिलनाडु |
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महत्वपूर्ण तथ्य (One-liners for Revision)
- भारत का सबसे ऊँचा दर्रा – काराकोरम दर्रा (5664 मी.)
- अटल सुरंग किस दर्रे में है? – रोहतांग दर्रा
- कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग – लिपुलेख दर्रा
- भारत-तिब्बत व्यापार पुनः आरंभ हुआ – नाथू ला दर्रा (2006)
- जम्मू ↔ श्रीनगर मार्ग – बनिहाल दर्रा (जवाहर सुरंग)
- भारत में ब्रह्मपुत्र का प्रवेश – दीफू दर्रा
- मुम्बई ↔ नासिक – थालघाट दर्रा
- भारत-नेपाल-चीन तीनों की सीमा पर – लिपुलेख दर्रा
टिप्स (Revision Trick):
- क-का-को: काराकोरम → कश्मीर → कॉमर्शियल (व्यापारिक) मार्ग
- जो-जम्मू-लेह: जोजिला → जम्मू ↔ लेह
- रा-रोहतांग-रक्षा: रोहतांग → सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण
- ना-नाथूला-नाथू (तिब्बत): नाथूला → तिब्बत व्यापार
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